Monday 20 February 2017

ताऊ की बीड़ी

ज़िन्दगी, कोई ताऊ की बीड़ी नहीं है।
जब चाहा बुझा ली, जब चाहा सुलगा ली।। 


बहुत वक़्त लगता है,
ख्वाबो को सजाने में।।
बस कुछ वक़्त लगता है,
उन्हें गर्दिश में ले जाने में।।


वक़्त तो आजमाता ही है,
तू भी आज़मा ले।।
कसूर जो भी है,
उसे तो बता दे।।


मत कुरेद तू भी जख्मो को,
अश्क भी निकलते है।।
शमा के आगे परवाने,
जिस कदर जलते है।।

बहुत बेकैफ लम्हे है , अजीब बोझल से सपने है।

बहुत बेकैफ लम्हे है ,
अजीब बोझल से सपने है।
न गम से दिल बहलता है,
न खुशियां रास आती है।

न जाने ज़िन्दगी हमको,
क्यों ऐशे आज़माती है।
बहुत तकलीफ में हम,
बहुत मुस्कुराते रहते है।

गमो से दोस्ती करके,
वफ़ा ऐसे निभाते है।


अजीव सी ज़िन्दगी है ,
अजीव सा मोड़ आता है।

न उसको याद रखते हैं,
न उसको भूल पाते हैं।

Wednesday 15 February 2017

इश्क़ रखो तुम दूरी मुझसे..... दिल को तुम बीमार करोगे...

फिर किससे तुम प्यार करोगे.....
जब मुझसे तक़रार करोगे.....

पार सभी मझधार करोगे....
गर बाहें पतवार करोगे...

शर्म से आँखें झुक जाएँगी....
जब तुम आँखे चार करोगे.....

मंजिल पर पँहुचोगे जब तुम.....
ठोकर का आभार करोगे.....

कृष्ण मिलेंगे तुम्हें यकीनन....
यदि राधा सा प्यार करोगे....

क़त्ल करेगी कलम बदी का.....
सच को जब हथियार करोगे....

मोम सा दिल लेकर तुम कैसे....
सूरज से यलगार करोगे....

कैसे बचें खजाने जब तुम...
चोर को पहरेदार करोगे...

इश्क़ रखो तुम दूरी मुझसे.....
दिल को तुम बीमार करोगे...

Monday 13 February 2017

Tujze Ya Sab ittefaak Lagta Hai.

Haqikat Kahu To Tujze Khwaab Lagta hai..
Shikaayat Karu To Tujze Majaak Lagta Hai..
Kitni Shiddat Se Yaad Karta Hu Mai Tujze..
aur Tujze Ya Sab ittefaak Lagta Hai..